RANCHI
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (BAU) का आठवां दीक्षांत समारोह आज रांची में आयोजित किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल एवं कुलाधिपति संतोष गंगवार, केंद्रीय मंत्री संजय सेठ और राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की उपस्थित रहीं।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि यह गौरव का क्षण है जब 1021 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब देश आजाद हुआ था तब हमारे पास एक सुई बनाने तक का कारखाना नहीं था, लेकिन अकाल, बाढ़ और तमाम चुनौतियों के बावजूद देश ने उल्लेखनीय प्रगति की।”
उन्होंने कहा कि हरित क्रांति के दौर में, वर्ष 1980 में छोटानागपुर क्षेत्र में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना एक ऐतिहासिक कदम था। आज इस विश्वविद्यालय से जुड़ी उपलब्धियों की लंबी सूची है।
मंत्री तिर्की ने कहा कि देश की GDP में कृषि क्षेत्र का लगभग 18 प्रतिशत योगदान है। 70 प्रतिशत आबादी की भागीदारी होने के बावजूद किसानों के योगदान को कभी नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।
उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे इस बात पर ध्यान दें कि किसानों की आय कैसे बढ़े, उन्नत कृषि से वे कैसे जुड़ें और झारखंड के किसानों को कैसे सशक्त बनाया जा सके। अंत में उन्होंने कहा — “याद रखिए, आपके लिए देश और राज्य सबसे पहले हैं। आपकी ईमानदार कोशिशें किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती हैं।”




