रांची
राज्य सरकार ने 2 दिन पहले ही झारखंड राज्य हज समिति का पुनर्गठन करते हुए इसके सदस्यों का मनोनयन किया था। लेकिन 14 अगस्त को सरकार के विशेष सचिव सुधीर बाड़ा के आदेश पर झारखंड राज्य हज कमेटी को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है। माना जा रहा है कि 2 दिनों के बाद समिति के सदस्यों में सुधार करते हुए फिर से नए नाम का एलान कर दिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर व झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर के पास 2 सदस्यों का विरोध किया गया था। विरोध के बाद ही 2 नामों को हटाने का फैसला हुआ। इन दो नामों में से धनबाद के मो. इसराफील व दूसरा नाम रांची से है। रांची से कांग्रेस के खुर्शीद हसन रूमी को हज कमेटी का सदस्य बनने का मौका मिल सकता है।
सरफराज अहमद (राज्यसभा सांसद), हफीजुल हसन (मंत्री झारखंड सरकार), डॉ इरफान अंसारी (मंत्री झारखंड सरकार), फैयाज कैसर ( मधुपुर), हिना परवीन (कांके), मो इसराफील (धनबाद), मौलाना अंसारुल्लाह काशमी (इमारत शरिया), मुफ्ती समाउद्दीन नेजामी (एदारे शरिया), सैयद सब्बेर मेहंदी (हजारीबाग), मो इकबाल आलम ( रांची), अर्शे आलम (रांची), मो शहाबुद्दीन (जमशेदपुर), मो शहाबुद्दीन (गोड्डा), मुफ्ती अब्दुल हैय (धनबाद), अध्यक्ष झारखंड राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड, रांची, कार्यपालक पदाधिकारी झारखंड राज्य हज समिति, रांची।