देवघर श्रावणी मेले के पेड़े में मिली मिट्टी: रांची लैब की जांच में बड़ा खुलासा

4th December 2025

DEOGHAR

देवघर श्रावणी मेले में इस वर्ष प्रसाद के रूप में बेचे गए पेड़ों की जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई है। रांची स्थित राज्य खाद्य जांच प्रयोगशाला ने पुष्टि की है कि जब्त किए गए सैंपल में मिट्टी की मिलावट पाई गई है। जुलाई में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मेले के दौरान एक बड़ी अभियान चलाकर एक दर्जन से अधिक दुकानों पर छापेमारी की थी और कुल 69 सैंपल इकट्ठे कर रांची लैब भेजे थे।

राज्य खाद्य विश्लेषक और कोऑर्डिनेटर चतुर्भुज मीणा ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है जब श्रावणी मेले से जब्त किए गए पेड़े में मिट्टी मिली है। इससे पहले की जांचों में ज्यादातर मामलों में सिंथेटिक खोवा की मिलावट ही सामने आती रही थी। इस बार 100 ग्राम पेड़ा के सैंपल में 15 प्रतिशत तक मिट्टी मिली है। रिपोर्ट विभाग को सौंप दी गई है और अब आगे की कार्रवाई तय करेगी कि दोषी दुकानदारों पर क्या कदम उठाए जाएंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी मिलावट से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है और पेट से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

जांच प्रक्रिया में लगभग पाँच महीनों का समय लग गया। जुलाई में जब्त किए गए सैंपल अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में प्रयोगशाला पहुंचे और नवंबर में जांच पूरी हुई। इसी दौरान यह साफ हुआ कि मिट्टी की मिलावट सुनियोजित तरीके से की गई थी।

श्रेावणी मेले से पहले हर साल मिलावटी खोवा तैयार करने का एक पूरा नेटवर्क सक्रिय हो जाता है। बिहार और यूपी के बड़े कारोबारी पाउडर दूध और लोथ की भारी खेप मंगवाते हैं। पाउडर दूध और लोथ को मिलाकर मशीन के जरिए खोवा बनाया जाता है। लो ग्रेड दूध के एक किलो पाउडर से दो से ढाई किलो तक खोवा तैयार कर लिया जाता है, क्योंकि लोथ को भूनकर उसमें मिलाया जाता है। जैसे-जैसे मेला करीब आता है, यही खोवा चीनी मिलाकर पेड़ा बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अनुसार पेड़ा शुद्ध देशी खोवा और चीनी से बनाया जाना चाहिए, लेकिन मिलावट से दुकानदार प्रति किलो 100 से 150 रुपये तक बचा लेते हैं। यही कारण है कि मेले के दौरान हर साल मिलावटी खोवा और पेड़े की शिकायतें सामने आती हैं, लेकिन इस बार मिट्टी की मौजूदगी ने विभाग और आम लोगों दोनों की चिंता बढ़ा दी है।

Ads

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *