New Delhi
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बीच हुई मुलाकात मंगलवार को राजनीतिक चर्चा का विषय बन गई। यह मुलाकात झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार के पुत्र के विवाह समारोह के बाद आयोजित रिसेप्शन के दौरान हुई, जिसमें देश के कई राज्यों के राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
डॉ. इरफान अंसारी ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा करते हुए बताया कि उन्होंने सम्राट चौधरी से साफ शब्दों में कहा कि “बुलडोज़र की भाषा नहीं, बल्कि भाईचारे और संवाद की भाषा अपनानी चाहिए।” उन्होंने कहा कि उनके और सम्राट चौधरी के परिवारों के बीच पुराना पारिवारिक और राजनीतिक संबंध रहा है, जिसे संवाद के जरिए आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
मंत्री इरफान अंसारी ने अपने पोस्ट में यह भी कहा कि झारखंड में उनकी सरकार समाज को जोड़ने की दिशा में काम कर रही है और बिहार में भी ऐसी ही राजनीति की जरूरत है, जो लोगों को जोड़ने का काम करे, न कि तोड़ने का। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि उत्तर प्रदेश मॉडल की नकल बिहार में नहीं चल सकती, क्योंकि बिहार की जनता ऐसी राजनीति को स्वीकार नहीं करती।
गौरतलब है कि सम्राट चौधरी के पास बिहार सरकार में गृह विभाग की जिम्मेदारी भी है। हाल के दिनों में बिहार में अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोज़र कार्रवाई को लेकर सियासी बहस तेज हुई है। इसी पृष्ठभूमि में डॉ. अंसारी की यह टिप्पणी अहम मानी जा रही है।
डॉ. इरफान अंसारी ने जोर देते हुए कहा कि सद्भाव, संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक सौहार्द के रास्ते पर चलकर ही देश और समाज आगे बढ़ सकता है। राज्यपाल के पुत्र के विवाह समारोह का यह आयोजन जहां राजनीतिक सौहार्द का मंच बना, वहीं इस मुलाकात ने समसामयिक राजनीति पर एक नई बहस को भी जन्म दे दिया।

