Ranchi
पिठोरिया थाना क्षेत्र के काटमकुली गांव में एक किसान की मेहनत पर मंगलवार देर रात किसी ने ऐसा वार किया कि उसका पूरा साल अंधेरे में डूब गया। किसान अफ़ज़ल अंसारी के खेत में काटकर रखी गई धान की बालियां अज्ञात चोरों ने चोरी कर लीं। बुधवार सुबह जब अफ़ज़ल खेत पहुंचे, तो खेत खाली मिला—जहां कल तक सुनहरे धान के ढेर थे, वहां आज सिर्फ़ मिट्टी और अविश्वास बचा था। यह दृश्य देखते ही उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
अफज़ल ने बताया कि मंगलवार को दिनभर धान काटने के बाद रात हो जाने पर फसल को खेत में ही छोड़ दिया था। सोचा था सुबह होते ही घर ले जाएंगे। लेकिन सुबह उनके लिए दुख और सदमे का सबक लेकर आई। धान की एक-एक बाली गायब थी—जैसे किसी ने उनकी उम्मीदें ही समेट ली हों।
घटना की जानकारी मिलते ही अफ़ज़ल ने तुरंत पिठोरिया पुलिस को सूचना दी। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
अफ़ज़ल बताते हैं कि इस साल की लगातार बारिश ने पहले ही सब्जियों की पूरी फसल तबाह कर दी थी। अब आख़िरी भरोसा धान की खेती पर था, जिससे वे सालभर अपने परिवार का गुजारा चलाते हैं। लेकिन चोरों ने वह सहारा भी छीन लिया।
उन्होंने कहा, “मैं पूरी तरह बर्बाद हो गया हूं। साल में एक ही बार धान की खेती होती है। उसी से घर-परिवार चलता है। अब मेरे पास कुछ भी नहीं बचा।”एक किसान की मेहनत, उम्मीद और पूरी सालभर की कमाई—सब कुछ एक रात में लुट गया।

