सिनेमा डेस्क
पिछले शुक्रवार को जब जॉन अब्राहम की फिल्म द डिप्लोमैट बिना किसी बड़े प्रचार के अचानक रिलीज़ हुई, तो यह किसी सरप्राइज़ से कम नहीं था। इस थ्रिलर ड्रामा को चुपचाप थिएटर्स में उतारा गया, लेकिन इसके बावजूद इसे जबरदस्त वर्ड-ऑफ-माउथ का फायदा मिला। बहुत से लोगों को उम्मीद नहीं थी कि यह फिल्म इतनी अच्छी शुरुआत करेगी, खासकर तब जब इसका प्रमोशन बेहद सीमित था।
रिलीज़ के अगले दिन जब शुरुआती कमाई के आंकड़े सामने आए, तो सभी हैरान रह गए। द डिप्लोमैट ने पहले दिन 4.03 करोड़ रुपये की कमाई की, जो इस साल रिलीज़ हुई अधिकतर हिंदी फिल्मों से ज्यादा थी। सिर्फ छावा, स्काई फोर्स और शाहिद कपूर की बड़े पैमाने पर प्रमोट की गई देवा (जिसने 5 करोड़ रुपये कमाए थे) ही इससे आगे थीं। आज, एक सप्ताह बाद इसने बॉक्स आफिस पर 23 करोड़ कलेक्ट किये हैं।
बहरहाल, फिल्म को होली की छुट्टी का फायदा मिला और वीकेंड में भी इसकी कमाई अच्छी बनी रही। दूसरे और तीसरे दिन इसने क्रमशः 4.68 करोड़ और 4.74 करोड़ का कलेक्शन किया, जिससे इसकी कुल कमाई 13 करोड़ रुपये से अधिक हो गई। यह निर्देशक शिवम नायर के लिए बड़ी जीत थी, खासकर इसलिए क्योंकि फिल्म को थिएटर्स में रिलीज़ करवाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा था।
OTT प्लेटफॉर्म्स ने ठुकराया, लेकिन थिएटर्स में मिला प्यार
हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, द डिप्लोमैट को शुरू में OTT प्लेटफॉर्म्स ने खरीदने से मना कर दिया था।
एक फिल्म के नायक जॉन अब्राहम ने बताया, “फिल्म को OTT प्लेटफॉर्म्स ने खारिज कर दिया क्योंकि उन्हें इसकी ताकत का अंदाजा नहीं था। आमतौर पर, थिएट्रिकल रिलीज़ से पहले फिल्मों के म्यूजिक, सैटेलाइट और स्ट्रीमिंग राइट्स बेचे जाते हैं। लेकिन द डिप्लोमैट को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स ने खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। आश्चर्यजनक रूप से, यह फिल्म सिनेमाघरों में टिकट खरीदने वाले दर्शकों को पसंद आई, जिसे OTT प्लेटफॉर्म्स ने नजरअंदाज कर दिया था।”
फिल्म का निर्माण भूषण कुमार और कृष्ण कुमार (टी-सीरीज), जॉन अब्राहम (जेए एंटरटेनमेंट), विपुल डी. शाह, अश्विन वर्दे, राजेश बहल (वाकाओ फिल्म्स), और समीर दीक्षित, जतिश वर्मा, राकेश डांग (फॉर्च्यून पिक्चर्स/सीता फिल्म्स) ने किया है।
सूत्रों के मुताबिक, आखिरकार फिल्म को प्रोडक्शन हाउस ने एक बड़े सौदे के तहत कम कीमत पर बेचा, जिससे इसे थिएट्रिकल रिलीज़ का रास्ता मिल सका। हालांकि, फिल्म ने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन सप्ताह के पहले ही दिन यानी सोमवार को इसकी कमाई गिर गई और अब तक कुल 16 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर चुकी है।
मार्केटिंग और प्रमोशन की अहमियत
एक इंडस्ट्री सूत्र ने बताया,
“अगर हम वीकेंड कलेक्शन देखें, तो फिल्म की क्षमता स्पष्ट हो जाती है। केवल वर्ड-ऑफ-माउथ के दम पर इतने आंकड़े आना दिखाता है कि दर्शकों ने इसे अपनाया। हालांकि, सोमवार से ट्रेंड बनाए रखने में फिल्म असफल रही, जिससे मार्केटिंग और प्रमोशन को लेकर एक बड़ा सवाल उठता है – क्या लक्षित दर्शकों के लिए पर्याप्त जागरूकता पैदा की गई?”
“OTT प्लेटफॉर्म्स के रुख का असर फिल्म की पूरी टीम पर पड़ा। जब स्ट्रीमिंग कंपनियां फिल्म में रुचि नहीं दिखातीं, तो मेकर्स को लगने लगता है कि शायद उन्होंने अच्छी फिल्म नहीं बनाई। यह आत्मविश्वास की कमी फिल्म के प्रचार, रणनीति और यहां तक कि रिलीज़ साइज में भी झलकती है। द डिप्लोमैट इसका एक बड़ा उदाहरण है। OTT ने जिसे खारिज किया, वही फिल्म थिएटरों में लगभग सफल रही—इस तरह की असमानता मेनस्ट्रीम सिनेमा में पहले इतनी स्पष्ट नहीं थी।”
फिल्म में जॉन अब्राहम के साथ सादिया खतीब भी मुख्य भूमिका में हैं। यह फिल्म भारत-पाकिस्तान संबंधों की पृष्ठभूमि पर आधारित है। द डिप्लोमैट फिलहाल बॉक्स ऑफिस पर छावा के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही है और मार्च के अंतिम सप्ताह में सलमान खान की सिकंदर की रिलीज़ से पहले ज्यादा से ज्यादा कमाई करने की उम्मीद कर रही है।