बिहार में झटके के बाद तेज प्रताप का बड़ा सियासी प्लान, बंगाल और यूपी में चुनाव लड़ने की तैयारी

13th December 2025


PATNA

तेज प्रताप यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब अपनी राजनीति की दिशा बदलने का संकेत दिया है। उन्होंने साफ किया है कि उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल अब केवल बिहार तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय भूमिका निभाने की तैयारी में है।

तेज प्रताप यादव ने ऐलान किया कि पार्टी पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही वर्ष 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी जनशक्ति जनता दल अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेगी। उनका कहना है कि पार्टी का उद्देश्य देश की राजनीति में एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरना है।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जनशक्ति जनता दल को राष्ट्रीय पहचान दिलाना उनका लक्ष्य है। इसके लिए देशभर में संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि अलग-अलग राज्यों में लोग तेजी से पार्टी से जुड़ रहे हैं और सदस्यता अभियान को लगातार विस्तार दिया जा रहा है।

परिवार के खिलाफ राजनीति नहीं होगी बर्दाश्त

पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान तेज प्रताप यादव ने मौजूदा हालात पर चिंता जताई। उन्होंने सुरक्षा को गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि आज कोई भी खुद को पूरी तरह सुरक्षित नहीं मान सकता। ऐसे माहौल में एक-दूसरे के साथ खड़े रहना जरूरी है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे अपनी बहन के साथ मजबूती से खड़े हैं और परिवार के खिलाफ किसी भी तरह की राजनीति को स्वीकार नहीं करेंगे।

सामाजिक मुद्दों और संगठन पर जोर

तेज प्रताप यादव ने सरकार से मांग की कि सड़क किनारे मेहनत-मजदूरी करने वाले लोगों के लिए सुरक्षित और पक्के आवास की व्यवस्था की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कई सरकारी योजनाएं सिर्फ फाइलों तक सिमट कर रह जाती हैं और जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पातीं।

उन्होंने बताया कि जनशक्ति जनता दल देशभर में सक्रिय रूप से सदस्यता अभियान चला रही है। हर राज्य में संगठन को मजबूत करने का काम चल रहा है, ताकि पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती के साथ अपनी मौजूदगी दर्ज करा सके।

डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ेगी जनता

तेज प्रताप यादव ने बताया कि पार्टी जल्द ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च करेगी। इसके जरिए नीतियों, कार्यक्रमों और अभियानों की जानकारी सीधे जनता तक पहुंचाई जाएगी। उनका मानना है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए युवाओं और नए मतदाताओं से बेहतर संवाद संभव होगा।

उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि कई पार्टियां चुनाव के बाद निष्क्रिय हो जाती हैं, जबकि जनशक्ति जनता दल लगातार मैदान में काम करती रहती है। हार-जीत से ऊपर उठकर संगठन और जनता के बीच काम करना पार्टी की प्राथमिकता है।

हार के बाद संगठन को मजबूत करने की कवायद

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में तेज प्रताप यादव को करारी हार का सामना करना पड़ा था। पुरानी पार्टी से अलग होकर उन्होंने जनशक्ति जनता दल का गठन किया और हसनपुर सीट छोड़कर महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वे जीत दर्ज नहीं कर सके।

महुआ सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की, जबकि प्रशांत किशोर की पार्टी दूसरे स्थान पर रही और तेज प्रताप यादव तीसरे स्थान पर रहे। अब चुनावी हार के बाद तेज प्रताप यादव पूरी ताकत के साथ पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने में जुट गए हैं।

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