RANCHI
यह सिर्फ पुरस्कार नहीं, झारखंड की ग्रामीण महिलाओं की मेहनत, नेतृत्व और संगठन क्षमता की राष्ट्रीय पहचान है,” जेएसएलपीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनन्य मित्तल ने गर्व के साथ कहा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य के 423 मॉडल CLF ग्रामीण महिलाओं को संगठित कर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
21 नवंबर 2025 को हैदराबाद में आयोजित ‘SHG Federation Awards 2025’ में झारखंड के तीन संकुल स्तरीय संगठनों (CLF) ने अपनी बेहतरीन कार्यशैली के दम पर राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर सम्मान हासिल किया।
चतरा: दो CLF ने बढ़ाया झारखंड का गौरव
पुरस्कार समारोह में चतरा जिले के दो CLF—धनकेरी और बनहे—ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान अपने नाम किया। धनकेरी आजीविका महिला संकुल स्वंय सम्भाल सहकारी समिति की 3 पंचायतों से जुड़ी लगभग 3,100 महिलाओं का जिक्र करते हुए मित्तल ने कहा, “धनकेरी CLF ने वित्तीय अनुशासन, डिजिटल मॉनिटरिंग और 100% लोन रिपेमेंट का जो मॉडल दिखाया है, वह अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन गया है।”
इसी तरह बनहे CLF की उपलब्धियों को लेकर उन्होंने कहा, “बनहे ने idle cash में कमी, डिजिटल पारदर्शिता और zero-default पोर्टफोलियो के साथ अपनी प्रभावी लीडरशिप दिखाई है। यह उपलब्धि वाकई काबिल-ए-तारीफ है।”
घाटशिला: कृषि मॉडल ने दिलाया पूर्वी क्षेत्र का सम्मान
पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला प्रखंड का बगुरिया CLF पूर्वी क्षेत्र में दूसरा पुरस्कार जीतकर सुर्खियों में रहा। “बगुरिया ने कृषि आधारित livelihood का ऐसा मॉडल दिया है जिसमें कम ब्याज पर ऋण, तकनीकी ट्रेनिंग और योजनाओं का पहुंच सुनिश्चित कर 2,500 से ज्यादा किसानों को लखपति बनाया,” मित्तल ने बताया। उन्होंने जोड़ा, “यह CLF सिर्फ महिला सशक्तिकरण की मिसाल नहीं, बल्कि झारखंड के उन्नत कृषि भविष्य की झलक भी है।”




