रांची डीसी बोले- खाद्य सुरक्षा सिर्फ योजना नहीं, सामाजिक न्याय की डोर; राशन डीलरों को मिली नई भूमिका

1st November 2025

1st November 2025

Ranchi
रांची में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) और झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना (JSFSY) के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर शनिवार को आर्यभट्ट सभागार, मोरहाबादी में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया और कहा — “खाद्य सुरक्षा केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय का माध्यम है।”

कार्यक्रम में विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी मोनी कुमारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी राम गोपाल पांडे समेत जिले के सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, गोदाम प्रबंधक और जन वितरण प्रणाली (PDS) दुकानदार मौजूद थे।

पारदर्शिता और जवाबदेही पर जोर

डीसी ने कहा कि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राशन समय पर और तय मात्रा में मिले, यह सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने ई-पॉस मशीन के प्रयोग, बायोमेट्रिक सत्यापन, गोदाम प्रबंधन और स्टॉक सत्यापन की नियमितता पर विशेष बल दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि “अगर कोई डीलर लाभुकों को कम अनाज देता है, तो उस पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”

ई-केवाईसी और शालीन व्यवहार के निर्देश

डीसी ने बताया कि ई-केवाईसी का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और शेष 20 प्रतिशत जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी डीलरों से कहा कि लाभुकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें, किसी भी स्थिति में दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

नशा मुक्त समाज की जिम्मेदारी

इस कार्यशाला में राशन डीलरों को एक नई सामाजिक जिम्मेदारी भी दी गई — नशा मुक्ति अभियान का हिस्सा बनने की।
डीसी भजन्त्री ने कहा, राशन डीलर समाज के सबसे नजदीक काम करते हैं। आप सिर्फ राशन बांटने वाले नहीं, बल्कि समाज में बदलाव के वाहक हैं। नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करें और यदि कोई व्यक्ति नशे की खेती में लिप्त मिले, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।”
प्रशासन ने यह भी घोषणा की कि नशा उन्मूलन में सहयोग करने वाले डीलरों को प्रोत्साहन और सम्मान दिया जाएगा।

टीबी जागरूकता अभियान से भी जुड़ेंगे डीलर

डीसी ने डीलरों से ग्रामीण इलाकों में टीबी (क्षय रोग) के खिलाफ जागरूकता फैलाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि “गाँवों में लोग अक्सर झोला-छाप डॉक्टरों के पास इलाज करवाते हैं, जिससे बीमारी बढ़ती है। राशन डीलर गांव के हर घर तक पहुंचते हैं, इसलिए उनकी भूमिका टीबी के प्रसार को रोकने में अहम हो सकती है।”

राशन वितरण का तय दिन और पारदर्शी प्रक्रिया

डीसी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक राशन डीलर अपने क्षेत्र में राशन वितरण का एक तय दिन घोषित करें और इसकी सूचना लाभुकों तक अग्रिम रूप से पहुंचाएं। इससे अनावश्यक भीड़भाड़ रोकी जा सकेगी और वितरण प्रक्रिया पारदर्शी बनेगी।

“कोई भूखा न रहे, यही हमारा लक्ष्य”

कार्यशाला के अंत में डीसी भजन्त्री ने सभी डीलरों और अधिकारियों का आभार जताते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि “राज्य का कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, कोई बच्चा कुपोषित न रहे।” उन्होंने कहा, आप सभी राशन डीलर राज्य सरकार और जिला प्रशासन के स्तंभ हैं। आपकी ईमानदार भूमिका से ही रांची को देश का नंबर एक जिला बनाया जा सकता है।”

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