RANCHI
हिन्दपीड़ी सेकंड स्ट्रीट स्थित ड्रीमलैंड पब्लिक स्कूल में बाल दिवस का उत्सव हर्षोल्लास और रंगारंग कार्यक्रमों के बीच धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और प्रथम शिक्षा मंत्री व भारत रत्न अबुल कलाम आजाद को संयुक्त रूप से याद किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र कुरान के तिलावत और अतिथियों के स्वागत से हुई, जिसमें विभिन्न कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और प्रभावशाली भाषण दिए। इसके अतिरिक्त बच्चों के द्वारा बनाये गए कला एवं विज्ञान प्रदर्शनी भी प्रस्तुत की गयी।
मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मौलाना आजाद ह्यूमेन इनिशिएटिव (माही) के संयोजक व वक्फ बोर्ड झारखण्ड के सदस्य इबरार अहमद ने कहा, “यह नवंबर महीना भारत के वीर सपूतों के जन्मोत्सव का प्रतीक है। 11 नवंबर को हमने अबुल कलाम आजाद को याद किया, आज बाल दिवस पर पंडित नेहरू की बातें कर रहे हैं, और कल 15 नवंबर को वीर बिरसा मुंडा के बलिदान व योगदान को स्मरण करेंगे। इन महान हस्तियों के विचारों को आत्मसात करना हमारा कर्तव्य है।”
आगे उन्होंने स्कूल की सराहना करते हुए कहा, “पिछड़े इलाकों में सीमित संसाधनों और न्यूनतम फीस के साथ ड्रीमलैंड पब्लिक स्कूल शिक्षा और तर्बीयत की मशाल जलाए हुए है, जो एक अनुकरणीय उदाहरण है। इसके लिए मैं प्रिंसिपल नाजिया तबस्सुम और समस्त शिक्षकों को हार्दिक बधाई देता हूँ। इन छोटे-छोटे बच्चों की प्रस्तुतियों को देखकर आश्चर्य होता है कि इनमें अपार क्षमता छिपी है, जिसे निखारकर राष्ट्र और समाज की प्रगति में योगदान दिया जा सकता है।”
इबरार अहमद ने माही के 11 से 18 नवंबर तक चल रहे ‘शिक्षा एवं सद्भावना अभियान’ का जिक्र करते हुए बताया कि यह अभियान स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को याद करने के साथ-साथ बैनर, पोस्टर और होर्डिंग के माध्यम से उनके सिद्धांतों व विचारों को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास है। ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए, जिन स्कूली बच्चों के पास स्वेटर या जूते नहीं हैं, उन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि उनकी पढ़ाई-लिखाई में कोई बाधा न आए।
स्कूल प्रिंसिपल नाजिया तबस्सुम ने मुख्य अतिथि इबरार अहमद, विशिष्ट अतिथि युवा एकता मंच के अध्यक्ष इमरान हसन बाबू, माही के उपाध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह, इंजीनियर फारूक आजम, मिल्लत पंचायत के अध्यक्ष जावेद अहमद, मोहम्मद नजीब, शम्सुल खान, जमीअत-ए-इदरिसिया पंचायत के मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद सलाहुद्दीन सहित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “माही का यह अभियान हर वर्ष की तरह इस बार भी प्रेरणादायक है। यह स्कूल प्रबंधनों के लिए हौसला बढ़ाने वाला है।”
कार्यक्रम के समापन पर माही की ओर से जरूरतमंद लगभग 25 बच्चों को स्वेटर भेंट किए गए। विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। अंत में, सभी बच्चों को मिठाई और टॉफियां वितरित की गईं, जिससे माहौल और भी उत्सवी हो गया।
इस आयोजन में छात्र-छात्राओं के अलावा शिक्षक अनवारुल हक, इरम खानम, अतीका फातिमा, सूफिया नाज, अल्फीशा नाज, आयशा फातिमा, आफरीन परवीन और शबनम गाजी भी उपस्थित रहीं। यह कार्यक्रम न केवल बाल दिवस का उत्सव था, बल्कि शिक्षा, सद्भाव और सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश देने वाला भी सिद्ध हुआ।




