रांची
झारखंड में नगर निकाय चुनाव की तैयारी अब तेज हो गई है। राज्य के नौ नगर निगमों में मेयर पद के आरक्षण का खाका लगभग तय कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार, रांची और आदित्यपुर नगर निगम में मेयर का पद अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित रहेगा। वहीं गिरिडीह में मेयर की सीट अनुसूचित जाति (एससी) को और हजारीबाग में पिछड़ी जाति (ओबीसी) को मिलेगी।
बाकी पांच नगर निगम — देवघर, धनबाद, चास, मेदिनीनगर और मानगो — अनारक्षित रहेंगे।
राज्य सरकार ने हाल ही में नगरपालिका निर्वाचन नियमावली में संशोधन किया है, जिसके बाद नगर विकास विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। अब राज्य निर्वाचन आयोग इसी नियमावली के आधार पर आरक्षण का अंतिम प्रारूप तय करेगा। बताया गया कि राज्य में आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती, इसलिए नौ में से चार मेयर पदों को ही आरक्षित रखा गया है।
वर्गीकरण के नए नियम
संशोधित नियमावली के तहत राज्य के नौ नगर निगमों को जनसंख्या के हिसाब से ‘क’ और ‘ख’ वर्ग में बांटा गया है।
- ‘क’ वर्ग: 10 लाख या उससे अधिक जनसंख्या वाले नगर निगम (रांची और धनबाद)
- ‘ख’ वर्ग: 10 लाख से कम जनसंख्या वाले नगर निगम (बाकी सात नगर निगम)
‘क’ वर्ग से एक नगर निगम (रांची) आरक्षित किया गया है, जबकि ‘ख’ वर्ग से तीन निगम — आदित्यपुर, गिरिडीह और हजारीबाग — को आरक्षण की श्रेणी में रखा गया है।
1% आबादी से कम वाले वर्ग को आरक्षण नहीं
राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन वार्डों में किसी वर्ग की आबादी 1% से कम है, वहां उस वर्ग के लिए आरक्षण नहीं होगा।
उदाहरण के तौर पर, सरायकेला नगर पंचायत के वार्ड 10 में ST का आरक्षण है, लेकिन यहां एससी का केवल एक परिवार रहता है। इस कारण दो बार चुनाव नहीं हो सका।
इसी तरह रामगढ़ नगर परिषद के वार्ड 28 में बीसी-2 की जनसंख्या न के बराबर है, इसलिए वहां भी आरक्षण लागू नहीं किया जाएगा।
यहां होंगे नगर निकाय चुनाव
नगर निगम: रांची, हजारीबाग, मेदिनीनगर, धनबाद, गिरिडीह, देवघर, चास, आदित्यपुर और मानगो
नगर परिषद: रामगढ़, गढ़वा, विश्रामपुर, चाईबासा, झुमरी तिलैया, चक्रधरपुर, चतरा, चिरकुंडा, दुमका, पाकुड़, गोड्डा, गुमला, जुगसलाई, कपाली, लोहरदगा, सिमडेगा, मधुपुर, साहिबगंज, फुसरो और मिहिजाम
नगर पंचायत: बंशीधर नगर, मझिआंव, हुसैनाबाद, हरिहरगंज, छतरपुर, लातेहार, कोडरमा, डोमचांच, धनवार, राजमहल, बरहरवा, बासुकीनाथ, जामताड़ा, बुंडू, खूंटी, सरायकेला और चाकुलिया




