New Delhi/Ranchi
झारखंड के लोकप्रिय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफ़ान अंसारी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने झारखंड के बुनकरों द्वारा तैयार पारंपरिक सॉल खड़गे को भेंट कर स्थानीय कला और परंपरा का विशेष परिचय दिया।
बैठक में खड़गे ने बिहार के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और मतदान पैटर्न पर विस्तृत जानकारी ली। डॉ. अंसारी ने बताया कि इस बार अल्पसंख्यक, दलित और कई अन्य समुदायों का मतदान अपेक्षा के अनुसार नहीं रहा। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में एम-ओबीसी की एंट्री से मुस्लिम वोटों में बंटवारा हुआ है और इसी मॉडल को अब झारखंड में भी आज़माने की कोशिश हो रही है। युवाओं और बैकवर्ड मुस्लिम समुदाय में उनकी पकड़ बढ़ने से राजनीतिक समीकरण प्रभावित हो रहे हैं।
खड़गे ने इस स्थिति पर चिंता जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे अल्पसंख्यक वर्ग, युवा और अपने समाज में एकजुटता की नई पहल करें। उन्होंने कहा कि हर समुदाय को उचित और सम्मानजनक भागीदारी मिलनी चाहिए—“जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” कांग्रेस की मूल प्रतिबद्धता है।
डॉ. अंसारी ने आश्वासन दिया कि झारखंड में हर समुदाय का सम्मान सुनिश्चित है और अल्पसंख्यक समाज की नाराज़गी दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सभी विभागों में उन्हें उचित भागीदारी दिलाने की दिशा में सरकार काम कर रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने डॉ. अंसारी के काम की तारीफ करते हुए कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं और इसी ऊर्जा के साथ राज्य का नाम रोशन करते रहें। इस पर मंत्री ने कहा कि खड़गे के मार्गदर्शन ने उनका मनोबल बढ़ाया है और वे स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति व आपदा प्रबंधन विभाग में जनता की समस्याओं को निरंतर हल कर रहे हैं।
बैठक के अंत में खड़गे ने बुनकर समाज की स्थिति पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने निर्देश दिया कि झारखंड के बुनकरों का विस्तृत सर्वे कराया जाए और इस समाज को सशक्त बनाने तथा कांग्रेस से जोड़ने के लिए प्रभावी पहल शुरू की जाए।

