RANCHI
झारखंड में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के तहत 15 दिसंबर से धान खरीदी की औपचारिक शुरुआत हो गई है। राज्य सरकार इस वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य 2450 रुपये प्रति क्विंटल की दर से लगभग 60 लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसके तहत 2,51,072 पंजीकृत किसानों से धान अधिप्राप्ति की जाएगी।
राज्यभर में कुल 834 धान अधिप्राप्ति केंद्र गठित किए गए हैं, जिनमें से पहले दिन 82 केंद्रों पर खरीद प्रक्रिया शुरू हुई। राजधानी रांची जिले में 43 अधिप्राप्ति केंद्र बनाए गए हैं, जहां से धान खरीद की शुरुआत कर दी गई है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से केंद्रों को सक्रिय किया जाएगा।
सरकार ने किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए इस बार कई तकनीकी सुधार किए हैं। धान खरीद में 4G आधारित POS मशीन का उपयोग किया जा रहा है, जिससे रिकॉर्डिंग और भुगतान प्रक्रिया पारदर्शी रहे। साथ ही भुगतान से पहले प्रतिदिन सरकारीकर्मी या जनसेवक द्वारा पंचिंग अनिवार्य की गई है, ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
खाद्य आपूर्ति विभाग के अनुसार, किसानों को धान बेचने के बाद 2 से 7 कार्य दिवस के भीतर DBT के माध्यम से सीधे खाते में भुगतान किया जाएगा। इसके लिए अग्रिम राशि भी उपलब्ध करा दी गई है, ताकि भुगतान में देरी न हो।
सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि 31 मार्च 2026 तक राज्य के सभी लैम्प्स और पैक्स केंद्रों पर धान खरीदी की जाएगी। किसानों से अपील की गई है कि वे बिचौलियों से बचें और नजदीकी सरकारी अधिप्राप्ति केंद्रों पर ही धान बेचकर न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठाएं।

