द न्यूज डेस्क
इजरायल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तुत गाजा युद्ध विराम और बंधकों के आदान-प्रदान पर आधारित प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। यह जानकारी इजरायली विदेश मंत्री गिदोन सार ने बुडापेस्ट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने कहा कि इजरायल एक व्यापक शांति समझौते के लिए तैयार है, जिसमें बंदुओं की रिहाई और हमास का निरस्त्रीकरण शामिल है।
वहीं, अमेरिकी दूत स्टीव विटकोफ द्वारा तैयार और भेजे गए एक प्रस्ताव में, इसरायल की ओर से जारी हमले के विराम और गाजा से सेना की वापसी के बाद तत्काल बंधकों की रिहाई की व्यवस्था शामिल है। इसके बदले में हजारों फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा जाएगा। हालांकि, हमास ने इस प्रस्ताव को “बेइज्जतीपूर्ण आत्मसमर्पण” करार देते हुए कड़ा विरोध किया है।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने गाजा सिटी में भारी हमलों की योजना बनाई है और शहर के निवासियों को तत्काल खाली करने का आदेश जारी किया है। इस दौरान कतर ने मध्यस्थता करते हुए हमास से अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार करने का अनुरोध किया।
इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को एक “अंतिम चेतावनी” दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह सौदे की आखिरी पेशकश हैं—इसके बाद कोई अतिरिक्त वार्ता नहीं होगी। ट्रंप के अनुसार, इजरायल इस प्रस्ताव को पहले ही स्वीकार कर चुका है।
इजरायल ने अमेरिका का प्रस्ताव मान लिया है। इस प्रस्ताव में गाजा से बंधकों को छुड़ाने और हमास को हथियार छोड़ने की शर्त है। योजना के अनुसार, हमास तुरंत बंधकों को आज़ाद करेगा और बदले में इजरायल कई फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हमास को “यह उनका आखिरी मौका है” की चेतावनी दी है।




