Jaisalmer
राजस्थान के जैसलमेर जिले में मंगलवार दोपहर एक दर्दनाक हादसे में एसी स्लीपर बस आग की लपटों में घिर गई। हादसा दोपहर करीब 3:30 बजे जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर हुआ। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, इस भीषण हादसे में 18 यात्रियों के मरने की आशंका जताई जा रही है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि देखते ही देखते आग पूरी बस में फैल गई। कई लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदकर बाहर निकलने की कोशिश की। हादसे में 3 बच्चों और 4 महिलाओं सहित 16 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हें स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से तीन एंबुलेंस के जरिए जवाहिर हॉस्पिटल, जैसलमेर भेजा गया। वहां से हालत नाजुक होने पर सभी को जोधपुर रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार अधिकांश यात्रियों के शरीर का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा जल चुका है।
नगर परिषद के असिस्टेंट फायर ऑफिसर कृष्णपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि हादसे में अब तक 10 से 12 लोगों की मौत की पुष्टि के संकेत हैं। आग लगने का मुख्य कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। बस में लगी आग इतनी तेजी से फैली कि यात्रियों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला।
घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों ने राहत कार्य में मदद की। कई यात्रियों को सड़क किनारे तड़पते देखा गया, जिन्हें लोगों ने गोद में उठाकर या कंधे पर लादकर अस्पताल पहुंचाया।
पूर्व विधायक रूपाराम धनदेव ने कहा कि सभी गंभीर रूप से झुलसे यात्रियों का इलाज जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि कई यात्रियों की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है।
आग की सूचना मिलते ही आर्मी और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने के बाद बस को सेना ने अपने नियंत्रण में ले लिया और फॉरेंसिक तथा डीएनए जांच टीम को बुलाया गया है।
जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं —
9414801400, 8003101400, 02992-252201, 02992-255055
घटना की सूचना केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाई गई है। दोनों नेताओं ने हादसे पर दुख जताते हुए प्रशासन को हरसंभव सहायता के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि यह बस जैसलमेर से जोधपुर के लिए दोपहर 3 बजे रवाना हुई थी और इसमें कुल 57 यात्री सवार थे। हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और फिलहाल राहत व बचाव कार्य देर रात तक जारी है।




