Garhwa
झारखंड के गढ़वा जिले में कथित धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने उड़ीसा के रहने वाले 10 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें छह पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं। सभी पर ग्रामीणों के बीच धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों का संबंध एक संगठन ‘फ्रेंड्स मिशनरी प्रेयर बैंड’ से है, जिसका मुख्यालय चेन्नई में और झारखंड स्तरीय कार्यालय साहेबगंज में है। इस संगठन से जुड़े बिपिन बिहारी प्रधान को रंका पुलिस ने बुधवार को हिरासत में लिया। वह उड़ीसा के रायगढ़ा जिले का निवासी है और पिछले तीन वर्षों से गढ़वा के नगर उंटारी थाना क्षेत्र के तुलसीदामर इलाके को अपना ठिकाना बनाए हुए था।
जानकारी के अनुसार, बिपिन बिहारी प्रधान और उसकी टीम इलाके के गरीब और कमजोर तबके के लोगों के बीच “प्रार्थना सभा” के नाम पर धर्म प्रचार करती थी। आरोप है कि वे लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे, बदले में आर्थिक सहायता और राहत का आश्वासन देते थे।
बुधवार की सुबह बिपिन बिहारी प्रधान के नेतृत्व में पांच लोगों की टीम रंका क्षेत्र के सुकुलडीह टोला में बबन घासी के घर पहुंची थी। वहां वे ‘प्रभु ईशु की प्रार्थना’ के फायदे और जीवन की कठिनाइयों से मुक्ति के बारे में लोगों को बता रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों को शक हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
रंका थाना प्रभारी ने बताया कि सभी संदिग्धों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया है और मामले की जांच जारी है। वहीं, आरएसएस ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।




