RANCHI
रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की पीट-पीटकर हत्या और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई पर जूता फेंके जाने की घटना के विरोध में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग ने बुधवार शाम राजधानी रांची में विरोध मार्च और पुतला दहन किया।
यह कार्यक्रम अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष केदार पासवान के नेतृत्व में कांग्रेस भवन से शुरू होकर अल्बर्ट एक्का चौक (फिरायालाल चौक) तक निकाला गया।
मीडिया से बातचीत में केदार पासवान ने कहा कि “रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की हत्या सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है।” उन्होंने आगे कहा कि आज देश में दलित, आदिवासी, मुसलमान, पिछड़े और गरीब वर्ग के लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। सत्ता के संरक्षण में नफरत, हिंसा और भीड़तंत्र पनप रहा है — जहाँ संविधान की जगह बुलडोज़र ने और इंसाफ की जगह डर ने ले ली है।
इस मौके पर रविन्द्र सिंह, जयशंकर पाठक, राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, अभिलाष साहु, राजन वर्मा, निरंजन पासवान, सुरेन राम, अमरेन्द्र सिंह, राजू राम, सूजर पासवान, अर्चना मिर्धा, संतोष महतो, महावीर मिर्धा, संजय कुमार, अमित कुमार चौरसिया, सोनी नायक, नीतू पासवान, रेश्मी पिंगुआ, मनीष राम, सूर्यकांत शुक्ला, जगदीश साहु, टिंकू वर्मा, राजेश चंद्र राजू और प्रभात कुमार समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।




