21st August 2025
रांची
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड में बालू के अवैध खनन और उससे जुड़े काले कारोबार के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक अंबा प्रसाद के भाई अंकित राज समेत सात लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। यह आरोप पत्र पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की विशेष अदालत में 21 अगस्त को प्रस्तुत किया गया।
इस मामले में अंकित राज को अवैध बालू व्यापार का मुख्य संचालक बताया गया है, जबकि बाकी छह लोगों – मनोज कुमार अग्रवाल, पंचम कुमार, संजीव कुमार, मनोज प्रसाद दांगी और बिंदेश्वर कुमार दांगी – को उनके सहयोगी के रूप में चिन्हित किया गया है।
ED की जांच में यह सामने आया कि अंकित राज का खनन लाइसेंस वर्ष 2019 में ही खत्म हो गया था, इसके बावजूद वह दामोदर समेत कई नदियों से बालू निकालने का गैरकानूनी धंधा जारी रखे हुए था। इस अवैध कारोबार को संगठित रूप से चलाने के लिए उसने एक मज़बूत नेटवर्क तैयार किया था।
जांच के दौरान ED को अंकित राज के ठिकानों से 36 बैंक खातों की जानकारी मिली, जो इस धंधे में वित्तीय लेन-देन की अहम कड़ी मानी जा रही है। ED ने हाल में इस कारोबार से अर्जित 3.02 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की है।
ED ने इस मामले में पहले ही 2024 में एक ईसीआईआर (प्राथमिक रिपोर्ट) दर्ज की थी, जिसमें रंगदारी, प्रतिबंधित संगठन चलाने, जमीन पर कब्जा और अवैध बालू खनन जैसे गंभीर आरोप शामिल थे।
सूत्रों के अनुसार, जांच में यह भी पता चला है कि इस अवैध नेटवर्क को राजनैतिक संरक्षण भी मिला हुआ था। बताया जा रहा है कि तत्कालीन मंत्री योगेंद्र साह के परिजन, अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर इस कारोबार को पनपने में मदद करते रहे।




