कास्टिंग का मास्टर स्ट्रोक: ‘धुरंधर’ की स्टार कास्ट कैसे बन गई टॉकिंग प्वाइंट

उम्मीदों से खेलती कास्टिंग, हर चेहरे में छुपा है एक ट्विस्ट

Cinema Desk

अगर हाल के समय में किसी फिल्म की स्टार कास्ट को लेकर सबसे ज़्यादा चर्चा है, तो वह आदित्य धर की धुरंधर है। यह फिल्म सिर्फ अपनी कहानी या बड़े बजट की वजह से नहीं, बल्कि अपने चौंकाने वाले कास्टिंग फैसलों के कारण सुर्खियों में बनी हुई है। दर्शक जब-जब किसी अभिनेता से एक तय किस्म की परफॉर्मेंस की उम्मीद करते हैं, धुरंधर वहीं एक नया मोड़ सामने रख देती है। यही वजह है कि फिल्म के कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा इसे अपने करियर की सबसे सोच-समझकर की गई कास्टिंग में गिनते हैं।

कम ही लोगों को पता है कि इस फिल्म की पूरी स्टार कास्ट चुनने में मुकेश छाबड़ा और आदित्य धर को करीब डेढ़ साल का वक्त लगा। कुछ किरदारों के लिए 50 से ज्यादा अभिनेताओं को परखा गया, तब जाकर फाइनल चुनाव हो पाया।

गुप्तचर अभियानों, जियो-पॉलिटिक्स और आतंक से जुड़े बड़े घटनाक्रमों—कंधार विमान अपहरण, 2001 संसद हमला और 26/11 मुंबई हमले—की पृष्ठभूमि में बनी धुरंधर ने रिलीज़ के बाद घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 250 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर ली है। लेकिन कमाई से ज़्यादा चर्चा उन किरदारों की है, जिनमें जाने-पहचाने सितारे बिल्कुल अलग अवतार में नज़र आए।

रणवीर सिंह का अंडरकवर एजेंट हमज़ा अली मज़ारी, आर. माधवन का शांत लेकिन खतरनाक भारतीय स्पाईमास्टर अजय सान्याल, सख्त पाकिस्तानी पुलिस अफसर चौधरी असलम के रूप में संजय दत्त और रियल-लाइफ गैंगस्टर रहमान डकैत के किरदार में अक्षय खन्ना—हर कास्टिंग एक रिस्क भी है और सरप्राइज भी। अर्जुन रामपाल का आईएसआई मेजर इक़बाल, जिसे आतंकी इलियास कश्मीरी से प्रेरित बताया जा रहा है, फिल्म के सबसे चौंकाने वाले चुनावों में शामिल है।

मुकेश छाबड़ा के मुताबिक, उनका मकसद सिर्फ किरदार भरना नहीं था, बल्कि दर्शकों की उम्मीदों से खेलना था। उनका कहना है कि आज की ऑडियंस ट्विस्ट चाहती है—सिर्फ कहानी में नहीं, चेहरों में भी। इसी वजह से हर नाम पर महीनों तक चर्चा हुई, बहसें चलीं, कई नाम हटे और कई जोड़े गए। शुरुआती दौर में ओटीटी से उभरे चेहरों पर भी गंभीरता से विचार हुआ, लेकिन बाद में फिल्म के स्केल को और बड़ा करने का फैसला लिया गया।

रणवीर सिंह पहले से ही प्रोजेक्ट का हिस्सा थे, जबकि आर. माधवन पहले ऐसे नाम थे जिन्होंने बिना ज्यादा वक्त लिए हामी भर दी। इसके बाद हर किरदार पर लंबी माथापच्ची चली—क्या अर्जुन रामपाल फिट बैठेंगे, क्या अक्षय खन्ना गैंगस्टर के रूप में चौंका पाएंगे, क्या संजय दत्त इस अंधेरी दुनिया में घुल पाएंगे?

रहमान डकैत के रोल के लिए 50–60 अभिनेताओं की लंबी सूची बनी, जिसमें साउथ इंडस्ट्री के नाम भी शामिल थे। आखिरकार अनुभव और स्क्रीन प्रेज़ेंस के आधार पर अक्षय खन्ना को चुना गया—एक ऐसा फैसला जिसने फिल्म को अलग वज़न दिया।

फिल्म में गौरव गेरा, नवीन कौशिक और राकेश बेदी जैसे कलाकारों की मौजूदगी ने भी दर्शकों को हैरान किया। गौरव गेरा का आलम और नवीन कौशिक का डोंगा लंबे ऑडिशन प्रोसेस का नतीजा हैं। आलम के किरदार के लिए एक समय पर सुनील ग्रोवर का नाम भी चर्चा में था।

लीड एक्ट्रेस की तलाश सबसे लंबी रही। करीब 1300 ऑडिशन के बाद न्यूकमर सारा अर्जुन को चुना गया, जो पाकिस्तानी नेता जलील जमाली की बेटी यालिना के रोल में रणवीर सिंह के साथ रोमांटिक ट्रैक में नज़र आती हैं।

मुकेश छाबड़ा के लिए धुरंधर सिर्फ एक और फिल्म नहीं है। वह इसे गैंग्स ऑफ वासेपुर, काय पो चे और बजरंगी भाईजान जैसी फिल्मों की श्रेणी में रखते हैं, जहां काम को लेकर मिलने वाला प्यार असाधारण होता है।

आदित्य धर के साथ यह उनकी दूसरी फिल्म है। मुकेश के मुताबिक, आदित्य की सबसे बड़ी ताकत उनकी साफ सोच और निर्णायक रवैया है—कास्टिंग रूम में आखिरी फैसला वही लेते हैं और यही क्रिएटिव आज़ादी फिल्म में साफ दिखाई देती है।

कहानी यहीं खत्म नहीं होती। धुरंधर: पार्ट 2 – रिवेंज पहले ही घोषित हो चुकी है और 19 मार्च 2026 को रिलीज़ के लिए तैयार है। अगर पहला पार्ट सरप्राइज था, तो अगली किस्त में दर्शकों को और भी बड़े झटके मिलने तय हैं।

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