प्रभावित बस्तियों में राहत और बचाव के लिए ‘टेंट सिटी’ बनाने के निर्देश
Dhanbad
केंदुआडीह इलाके की विभिन्न बस्तियों में हाल ही में हुए जहरीली गैस रिसाव के गंभीर मुद्दे पर डीसी आदित्य रंजन की अध्यक्षता में गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। समाहरणालय सभागार में हुई बैठक में बीसीसीएल, डीजीएमएस, स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और जेआरडीए के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में रिसाव की स्थिति का विस्तृत मूल्यांकन किया गया और तत्काल प्रभाव से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
डीसी आदित्य रंजन ने इस मामले में तुरंत जांच टीम गठित करने का निर्देश दिया। यह जांच माइंस एक्ट 1952 और आपदा प्रबंधन अधिनियम 2025 के तहत की जाएगी। डीसी ने स्पष्ट किया कि जांच में किसी भी स्तर पर लापरवाही या नियम उल्लंघन पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि निरीक्षण के दौरान राहत और बचाव कार्य में आवश्यक तत्परता नहीं दिखाई दी और बीसीसीएल व संबंधित एजेंसियों के बीच समन्वय में कमी पाई गई। जांच समिति इस घटना के सभी पहलुओं की क्रमवार समीक्षा करेगी और यह पता लगाएगी कि किसकी लापरवाही से लोगों की जान जोखिम में पड़ी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रभावित बस्तियों के लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। डीसी ने बीसीसीएल के एरिया जीएम को ‘टेंट सिटी’ तैयार करने का निर्देश दिया, जिसमें ठंड से सुरक्षा, पीने का पानी, भोजन, बिजली और शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा 24 घंटे एम्बुलेंस और डॉक्टर उपलब्ध रहने की व्यवस्था की जाएगी। डीसी ने कहा कि बीसीसीएल और जिला प्रशासन दोनों अलर्ट मोड में रहेंगे और क्षेत्र में लगातार निगरानी की जाएगी, जब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आती।
बैठक में एसएसपी प्रभात कुमार, सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी संजय झा, बीसीसीएल के सभी एरिया के जीएम, जीएम (सुरक्षा), जीएम (रेस्क्यू), डीजीएमएस और जेआरडीए की टीमें उपस्थित रहीं।

