NEW DELHI
दिल्ली कार ब्लास्ट की जांच तेज़ होती जा रही है और इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई भी व्यापक होती दिख रही है। शुक्रवार (14 नवंबर) को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों ने उमर नबी के घर को ध्वस्त कर दिया। उमर वही शख्स है जिसने विस्फोटकों से भरी कार को दिल्ली में रेड फ़ोर्ट के पास पहुंचाया था। अधिकारियों के मुताबिक, तोड़फोड़ की यह कार्रवाई गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात की गई।
जांच में कई राज्यों का कनेक्शन सामने आने के बाद दिल्ली, यूपी, हरियाणा और कश्मीर में लगातार छापेमारी जारी है। गुरुवार (13 नवंबर) को उत्तर प्रदेश से जम्मू-कश्मीर के दो और लोगों—एक मेडिकल कॉलेज प्रोफ़ेसर और एक मेडिकल छात्र—को हिरासत में लिया गया। इसी बीच, केंद्र सरकार ने फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के सभी रिकॉर्ड्स की फॉरेंसिक ऑडिट का आदेश दिया है, क्योंकि ब्लास्ट से जुड़े कई संदिग्ध इसी यूनिवर्सिटी से पढ़े या जुड़े रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने उमर नबी की गतिविधियों को दोबारा जोड़कर उसकी अंतिम घंटों की पूरी तस्वीर तैयार कर ली है। इसके लिए शहरभर के 50 से ज़्यादा CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली गई।
जांच एजेंसियों के मुताबिक, ब्लास्ट की साज़िश रचने वाले आरोपियों ने करीब 26 लाख रुपये कैश इकट्ठा किया था। यही पैसा उमर नबी को ऑपरेशन के लिए दिया गया। इसी रकम से गिरोह ने गुड़गांव, नूंह और आसपास के इलाकों से करीब 26 क्विंटल NPK फर्टिलाइज़र खरीदा, जिसकी कीमत लगभग 3 लाख रुपये बताई जा रही है। NPK खाद को अन्य केमिकल्स के साथ मिलाकर आसानी से IED तैयार की जा सकती है।
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि करीब 8 संदिग्ध चार शहरों में धमाके करने की योजना बना रहे थे और इसके लिए वे दो-दो के समूह में अलग-अलग शहरों की ओर बढ़ने वाले थे।
गृह मंत्री अमित शाह ने सख़्त तेवर दिखाते हुए कहा कि इस हमले के दोषियों को ऐसी सज़ा मिलेगी जो दुनिया के लिए संदेश होगी कि भारत में आतंकवाद की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते 11 वर्षों में पूरी दुनिया ने भारत की आतंकवाद-रोधी नीति को स्वीकार किया है और इस केस के हर गुनहगार को कानून के सामने लाया जाएगा।




