नई दिल्ली/पटना
अब ईवीएम पर मतदाताओं को उम्मीदवार का नाम और चुनाव चिन्ह ही नहीं, बल्कि उनका रंगीन फोटो भी दिखाई देगा। चुनाव आयोग ने बुधवार को ऐलान किया कि इस व्यवस्था की शुरुआत बिहार विधानसभा चुनाव से होगी। आयोग का कहना है कि एक जैसे नाम वाले प्रत्याशियों (हमनाम) के कारण अक्सर वोटर्स को असमंजस होता है। इसे दूर करने के लिए अब तस्वीर के ज़रिए पहचान आसान बनाई जाएगी।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि ईवीएम बैलेट पेपर पर उम्मीदवार की फोटो रंगीन होगी और यह फोटो तयशुदा स्पेस के तीन-चौथाई हिस्से में होगी, ताकि चेहरा साफ नज़र आए। इसके अलावा प्रत्याशियों और नोटा (NOTA) के क्रमांक को गहरे अक्षरों (Bold Font) में 30 साइज के फॉन्ट में छापा जाएगा। सभी उम्मीदवारों के नाम और नोटा को एक समान फॉन्ट और साइज में प्रिंट किया जाएगा, जिससे मतदाता को पढ़ने में परेशानी न हो।
चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि ईवीएम बैलेट पेपर का वजन मानक 70 GSM होगा और विधानसभा चुनावों के लिए गुलाबी रंग के पेपर का इस्तेमाल किया जाएगा।
क्यों उठाया गया यह कदम?
अक्सर चुनावों में देखा गया है कि एक ही नाम वाले एक से अधिक उम्मीदवार मैदान में उतर जाते हैं। ऐसे में मतदाताओं को भ्रम हो जाता है और कई बार गलती से वोट किसी अन्य प्रत्याशी को पड़ जाता है। रंगीन तस्वीर जुड़ने के बाद यह समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
बिहार से होगी शुरुआत
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से यह व्यवस्था लागू होगी। राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। 30 सितंबर को फाइनल वोटर लिस्ट जारी होने के बाद कभी भी चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है। इसके बाद 2026 में पश्चिम बंगाल, असम, केरल, पुदुचेरी और तमिलनाडु में भी यही व्यवस्था अपनाई जाएगी।




