RANCHI
झारखंड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य, पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि 14 दिसंबर को नई दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में होने वाली कांग्रेस की “वोट चोर गद्दी छोड़” रैली पूरे देश में बड़ा संदेश देगी। उनके अनुसार यह रैली न सिर्फ लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इससे चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी के बीच कथित मिलीभगत के मुद्दे पर आम जनता की जागरूकता भी बढ़ेगी।
बंधु तिर्की ने बताया कि राजधानी रांची से लगभग 300 टाना भगत, अपने पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ, इस रैली में शामिल होने दिल्ली रवाना हुए हैं। उन्होंने अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में टाना भगतों से भरी तीन बसों को हरी झंडी दिखाकर विदा किया। इसके अलावा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, प्रखंड अध्यक्ष, पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी आज शाम ट्रेन से दिल्ली के लिए निकल गए।
रैली को लेकर तिर्की का बयान
बंधु तिर्की ने संवाददाताओं से कहा कि रैली के जरिए देशभर में यह संदेश जाएगा कि वोट चोरी के आरोप अब पूरी तरह स्पष्ट हो चुके हैं और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता प्रभावित हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर चुनाव की निष्पक्षता से समझौता किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद चुनाव आयोग किसी भी प्रकार की संवेदनशीलता नहीं दिखा रहा।
उन्होंने कहा कि सरकार चुनाव आयोग की उस छवि का बचाव कर रही है जो लोकतंत्र के लिए खतरा बनती जा रही है। तिर्की के मुताबिक यह रैली जनता को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेगी और भविष्य में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
नेताओं का दिल्ली कूच
बंधु तिर्की स्वयं भी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली रवाना हो गए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि यह रैली कांग्रेस के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक ढांचे के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।

