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पीसविंग प्रोडक्शन प्रा. लि. की चर्चित फिल्म ‘बिसाही’ ने सिनेमाघरों में अपने सफल 25 दिन पूरे कर लिए हैं। सीमित बजट में बनी इस सशक्त फिल्म ने दर्शकों के साथ-साथ इंडस्ट्री में भी अपनी एक अलग पहचान बना ली है। सच्ची घटना पर आधारित यह मनोवैज्ञानिक थ्रिलर लगातार देशभर में दर्शकों का अपार प्यार बटोर रही है।
लेखक और निर्देशक अभिनव ठाकुर द्वारा निर्देशित तथा नरेंद्र पटेल द्वारा निर्मित ‘बिसाही’ ग्रामीण भारत में अब भी जीवित डायन-बिसाही जैसी अंधविश्वासी और भयावह सामाजिक प्रथा पर गहरी रोशनी डालती है। फिल्म की यथार्थवादी कहानी, सशक्त अभिनय और भावनात्मक प्रस्तुति ने दर्शकों के दिलों को छू लिया है।
25 दिन – एक सशक्त सफर
फिल्म को बिहार, झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। खासतौर पर सिंगल-स्क्रीन थिएटरों में दर्शकों की जबरदस्त उपस्थिति ने यह साबित किया है कि सच्ची और संवेदनशील कहानियाँ आज भी दर्शकों से गहराई से जुड़ती हैं।
टीम की प्रतिक्रिया
निर्माता नरेंद्र पटेल ने कहा, “बिसाही ने यह साबित किया है कि दर्शक अब सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि सच को भी अपनाना चाहते हैं। हमें गर्व है कि हमारी फिल्म लोगों के दिलों तक पहुँच रही है और सामाजिक सोच में बदलाव ला रही है।”
निर्देशक अभिनव ठाकुर ने कहा, “हर दर्शक, हर तालियों की गूंज हमारे लिए प्रेरणा है। बिसाही केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि उन आवाज़ों की कहानी है जिन्हें सुना नहीं गया। 25 दिन पूरे होना हमारे लिए सम्मान और ज़िम्मेदारी दोनों है।”
कहानी की झलक
फिल्म में पूजा अग्रवाल ने स्तुति नाम की एक व्लॉगर का किरदार निभाया है, जो ग्रामीण भारत में डायन-बिसाही की काली सच्चाई को उजागर करती है। इंदु प्रसाद, रवि साह और रामसुजन सिंह के दमदार अभिनय ने कहानी को और भी प्रभावशाली बनाया है।




