पटना
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के सहयोगी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी ने दोनों चरणों के लिए कुल 20 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान एक साथ किया है। इस सूची में अनुसूचित जाति और सामान्य वर्ग—दोनों समुदायों को प्रतिनिधित्व मिला है।
पहले चरण में भाकपा-माले ने 14 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें भोरे, जीरादेई, दरौली, दरौंडा, कल्याणपुर, वारिसनगर, राजगीर, दीघा और फुलवारी जैसी अहम सीटें शामिल हैं। घोषित प्रत्याशियों में भोरे से धनंजय, जीरादेई से अमरजीत कुशवाहा, दरौली से सत्यदेव राम, दरौंडा से अमरनाथ यादव, कल्याणपुर से रंजीत कुमार राम, वारिसनगर से फूलबाबू सिंह, राजगीर से विश्वनाथ चौधरी, दीघा से दिव्या गौतम, फुलवारी से गोपाल रविदास, पालीगंज से संदीप सौरभ, आरा से क्यामुदीन अंसारी, अगिआंव से शिव प्रकाश रंजन, तरारी से मदन सिंह और डुमरांव से अजीत कुमार सिंह शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, पहले चरण में नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर थी और भाकपा-माले के अधिकांश उम्मीदवार अपने पर्चे दाखिल कर चुके हैं। हालांकि भोरे सीट पर थोड़ी असमंजस की स्थिति रही, जहां जितेंद्र पासवान ने भी पार्टी टिकट का दावा करते हुए नामांकन किया, लेकिन संगठन ने आधिकारिक रूप से धनंजय के नाम पर मुहर लगा दी है।
वहीं दूसरे चरण में पार्टी ने छह सीटों पर उम्मीदवार तय किए हैं। सिकटा से वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, पिपरा (सुपौल) से अनिल कुमार, बलरामपुर से महबूब आलम, करकट से अरुण सिंह, अरवल से महानंद सिंह और घोसी से रामबली सिंह यादव मैदान में उतरेंगे।
भाकपा-माले बिहार में कांग्रेस और राजद के साथ मिलकर महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है। हालांकि सीट बंटवारे पर अभी तक तीनों दलों के बीच अंतिम सहमति नहीं बन सकी है, जिसके चलते पहले चरण की कुछ सीटों पर ‘दोस्ताना मुकाबले’ की स्थिति बन गई है।




