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आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के मारेडुमिल्ली के घने जंगलों में बुधवार सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच तीखी मुठभेड़ हुई। संयुक्त टीम द्वारा मंगलवार से चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों की मौजूदगी की पुष्टि होते ही स्थिति टकराव में बदल गई।
अधिकारियों के मुताबिक, इस एनकाउंटर में अब तक सात नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। इंटेलिजेंस एडीजी महेश चंद्र लड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि घटनास्थल से हथियार, दस्तावेज़ और कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद हुए हैं, जो इस ग्रुप की हालिया गतिविधियों की ओर संकेत करते हैं। पुलिस का कहना है कि यह टीम कुछ महीनों से इलाके में नया बेस तैयार करने की कोशिश कर रही थी।
मारे गए नक्सलियों में सबसे बड़ा नाम मेटुरी जोगाराव उर्फ शंकर का है, जो काकुलम का रहने वाला था और AOB (आंध्र–ओडिशा बॉर्डर) एरिया कमेटी में महत्वपूर्ण पद संभालता था। शंकर को नक्सली संगठन की तकनीकी रीढ़ माना जाता था—हथियार निर्माण से लेकर कम्युनिकेशन सिस्टम और जंगलों में नेटवर्क खड़ा करने तक, वह इस टीम के लिए बेहद अहम था।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि शंकर के मारे जाने से AOB जोन में नक्सलियों की तकनीकी क्षमता पर बड़ा असर पड़ेगा। पिछले कुछ समय से इस क्षेत्र में नक्सली हलचल बढ़ रही थी और इनपुट मिले थे कि वे नए ठिकाने और स्थानीय कैडर को मजबूत करने में जुटे हैं। इसी आधार पर शुरू किया गया ऑपरेशन बुधवार को बड़ी सफलता में बदल गया।




