NEW DELHI
तालिबानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी भारत के छह दिन के दौरे पर हैं। शुक्रवार को अफगान दूतावास में हुई प्रेस मीट में महिला पत्रकारों को शामिल नहीं किया गया था, जिससे विवाद खड़ा हो गया।
इस पर प्रतिक्रिया के बाद मुत्तकी ने रविवार को फिर प्रेस बुलाया और महिला पत्रकारों को फ्रंट सीट पर बैठाया। उन्होंने बताया कि पिछली बार पत्रकारों की लिस्ट छोटी थी और समय कम होने की वजह से सभी को बुलाया नहीं जा सका। उनका कहना था कि यह किसी बहिष्कार का इरादा नहीं था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुत्तकी ने महिलाओं की शिक्षा पर भी बात की। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में करीब 1 करोड़ विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, जिनमें 28 लाख महिलाएं और लड़कियां शामिल हैं। कुछ क्षेत्रों में सीमाएं हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि महिलाओं की शिक्षा पर रोक है।
उन्होंने भारत के विदेश मंत्री से मुलाकात की और व्यापार, उड़ान और निवेश जैसे मुद्दों पर चर्चा की। भारत ने काबुल में अपने मिशन को एम्बेसी में अपग्रेड करने का ऐलान किया और दोनों देशों ने व्यापार और आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। अफगानिस्तान ने विशेष रूप से खनिज, कृषि और खेल क्षेत्रों में निवेश का निमंत्रण दिया।
मुत्तकी ने 2021 में अफगानिस्तान में मारे गए भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत पर दुख जताया और कहा कि हर मौत पर अफ़सोस है। पाकिस्तान के संबंध में उन्होंने कहा कि आम लोगों से कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन कुछ लोग परेशानी पैदा करते हैं। उन्होंने शांति की ओर बढ़ने का संदेश दिया और आतंकवादी ग्रुप्स पर नकेल कसने की जरूरत जताई।




