RANCHI
IAS अधिकारी विनय चौबे पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। सोमवार को ACB की टीम उन्हें रिम्स के मेडिसिन वार्ड से पूछताछ के लिए हजारीबाग ले गई, जहां कांड संख्या 11/25 के तहत वन भूमि घोटाले में उनसे पूछताछ की गई। यह मामला हजारीबाग ACB थाने में दर्ज है।
इसी बीच ACB ने विनय चौबे के खिलाफ एक और बड़ी प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें उनके रिश्तेदारों और करीबी मित्र विनय सिंह समेत कुल सात लोगों को आरोपी बनाया गया है। एफआईआर में भ्रष्टाचार, फर्जी लेनदेन और परिवार व सहयोगियों के जरिए अवैध संपत्ति जुटाने के गंभीर आरोप शामिल हैं।
नई प्राथमिकी में विनय चौबे के अलावा उनकी पत्नी स्वप्ना संचिता, विश्वस्त मित्र विनय सिंह और उनकी पत्नी संचिता सिंह, चौबे के साले शिपिज त्रिवेदी, साली प्रियांका त्रिवेदी और ससुर एस.एन. त्रिवेदी को नामजद किया गया है।
जांच में सामने आया है कि विनय चौबे ने अपनी नौकरी में कुल 2.20 करोड़ रुपये की वैध आय अर्जित की, लेकिन उनके और उनके नेटवर्क से जुड़े खातों में 3.47 करोड़ रुपये का लेन-देन सामने आया है। ACB के मुताबिक यह लगभग 1.27 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति है, जो उनकी ज्ञात आय से 53 प्रतिशत अधिक है।
ACB सूत्रों के अनुसार, विनय चौबे ने अपनी पत्नी, साले, ससुर, दोस्त और दोस्त की पत्नी के खातों का एक संगठित नेटवर्क की तरह उपयोग किया। इन खातों के जरिए अवैध धन को नकद, RTGS, लोन भुगतान, प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन और निजी कंपनियों को रकम ट्रांसफर करने में इस्तेमाल किया गया। जांच में विनय सिंह को इस नेटवर्क का मुख्य रिसीवर और ऑपरेटर पाया गया है, जिनके खातों में कई संदिग्ध लेन-देन मिले हैं।
सूत्रों ने यह भी बताया कि चौबे ने अपने साले शिपिज त्रिवेदी और उनकी पत्नी प्रियांका त्रिवेदी के खातों का कई बार उपयोग कर अवैध कमाई को छुपाने की कोशिश की। ससुर एस.एन. त्रिवेदी के खातों में भी कई लेन-देन की पुष्टि हुई है।
जहां पोस्टिंग—वहां घोटाला!
ACB की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विनय चौबे की हर पोस्टिंग के दौरान गंभीर गड़बड़ियां हुईं। हजारीबाग में उपायुक्त रहने के दौरान उन पर भूमि घोटाले के आरोप लगे। रांची में आबकारी विभाग में पदस्थापित रहते शराब घोटाले की फाइलें खुलीं। अब तक जिन भी विभागों में वे रहे, वहां से भ्रष्टाचार से जुड़े सुराग ACB के हाथ लग रहे हैं।
नई प्राथमिकी दर्ज होने के बाद ACB की टीम ने विनय चौबे, विनय सिंह और अन्य आरोपियों के बैंक खातों, डिजिटल डेटा, मोबाइल रिकॉर्ड, संपत्ति दस्तावेजों और पूरे लेन-देन की ट्रेल की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। मामले में आगे और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

