रांची
बेगूसराय के रहने वाले युवा फिल्ममेकर अभिनव ठाकुर अपनी नई फिल्म ‘बिसाही’ लेकर जल्द ही दर्शकों के बीच आने वाले हैं। डायन प्रथा जैसी कुप्रथा पर आधारित यह फिल्म महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार और भेदभाव की कहानी को उजागर करती है। बता दें, इससे पहले अभिनव अपनी चर्चित फिल्म ‘लिपिस्टिक ब्वॉय’ के जरिए सुर्खियों में आए थे, जो बिहार की लोकसंस्कृति लौंडा नाच पर बनी थी। खास बात यह रही कि उस फिल्म को अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी थी और बिहार सरकार ने उसे सम्मानित भी किया था। इसका एक बड़ा भाग झारखंड में शूट किया गया है।
अभिनव की नई फिल्म ‘बिसाही’ के लिए उन्होंने करीब तीन साल तक रिसर्च किया। उनका कहना है कि डायन प्रथा की जड़ें महाराष्ट्र के लातूर में थीं, जहां इसे एक राजा ने खत्म कर दिया था। लेकिन बाद में यह प्रथा असम, नागालैंड, झारखंड और बिहार तक फैल गई। गुजरात के कई गांवों में भी यह मान्यता लंबे समय तक देखी गई। ‘बिसाही’ की शूटिंग गुजरात, मुंबई और राजस्थान में हुई है और इसकी रनिंग टाइम 1 घंटा 45 मिनट है। फिल्म इस साल के अंत तक रिलीज होने वाली है।
और भी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं अभिनव
अभिनव ठाकुर फिलहाल कई विषयों पर फिल्में बना रहे हैं। इनमें से एक फिल्म पटना के चर्चित बॉबी हत्याकांड पर आधारित है, जिसकी रिसर्च पूरी हो चुकी है और स्क्रिप्ट पर काम चल रहा है। इसके अलावा उनकी एक और फिल्म ‘लीगल बाबा’ भी तैयार है।
अभिनव ठाकुर मूल रूप से बेगूसराय जिले के बखरी बाजार के रहने वाले हैं। शुरुआती पढ़ाई उन्होंने यहीं से की, लेकिन मां के निधन के बाद वे अपने नाना-नानी और मामा के साथ मुंबई आ गए। एमबीए की पढ़ाई शुरू करने के बाद उन्होंने बीच में ही छोड़ दी और फिल्ममेकिंग की ओर रुख किया। वे अनुराग कश्यप और इम्तियाज अली से खासे प्रभावित रहे हैं। नरेन्द्र पटेल के पीसविंग प्रोडक्शन से जुड़कर उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की।
लिपिस्टिक ब्वॉय ने दिलाई पहचान
अभिनव ने 2014 में एक म्यूजिक वीडियो से फिल्मी करियर की शुरुआत की। उनकी पहली फीचर फिल्म 2019 में सुहागरात इंपॉसिबल आई। हालांकि उन्हें असली पहचान ‘लिपिस्टिक ब्वॉय’ से मिली, जिसे बिहार सरकार ने 2023 में पुरस्कृत किया। इस फिल्म ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान दिलाई और अब ‘बिसाही’ से उनकी उम्मीदें और भी बड़ी हैं।




