Ranchi
रांची शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने और सड़कों पर अनुशासन लाने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। अब शहर में चलने वाले ई-रिक्शा (टोटो) चालकों की अलग पहचान होगी। उन्हें यूनिफॉर्म पहनना अनिवार्य होगा और वाहन के पीछे चालक का नाम व मोबाइल नंबर बड़े अक्षरों में लिखना होगा।
मुख्यमंत्री के हालिया रांची भ्रमण के बाद दिए गए निर्देशों के आलोक में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में रविवार को एक अहम समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था, चौक-चौराहों को सुव्यवस्थित करने और नागरिक सुविधाओं से जुड़े कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
उपायुक्त ने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि ई-रिक्शा के परिचालन से यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो। इसके लिए ई-रिक्शा चालक संघ के साथ बैठक कर मार्ग निर्धारण, परिचालन अनुशासन और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित कराया जाए।
बैठक में शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने पर भी विशेष जोर दिया गया। प्रमुख सड़कों, फुटपाथों और चौक-चौराहों से अवैध कब्जा हटाने के लिए अंचल अधिकारियों और नगर निगम की टीम को संयुक्त रूप से कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया, ताकि आम लोगों को सुगम और सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके।
बेतरतीब ढंग से लगे बिजली के खंभों और उन पर लटके तारों को लेकर भी प्रशासन ने सख्ती दिखाई। उपायुक्त ने संबंधित विभागों को टेलीकॉम कंपनियों के साथ समन्वय बैठक कर तारों को व्यवस्थित करने का निर्देश दिया, जिससे संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके और शहर की छवि बेहतर हो।
महिला सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन सतर्क नजर आया। उपायुक्त ने भीड़-भाड़ वाले इलाकों, प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थलों और शिक्षण संस्थानों के आसपास निगरानी व्यवस्था मजबूत करने, नियमित पेट्रोलिंग और संवेदनशील स्थानों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि रांची शहर को चरणबद्ध तरीके से अतिक्रमण मुक्त, यातायात की दृष्टि से सुगम, नागरिकों के लिए सुरक्षित और सौंदर्यपूर्ण बनाया जाएगा। बैठक में नगर निगम प्रशासक सुशांत गौरव, एसएसपी राकेश रंजन, सिटी एसपी गौतम राणा, ट्रैफिक एसपी राकेश सिंह, ग्रामीण एसपी पुष्कर राणा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

