GOAT इंडिया टूर का पहला चरण अव्यवस्था की भेंट, कई तय कार्यक्रम अधूरे रहे
KOLKATA
कोलकाता के सॉल्ट लेक स्थित युवभारती क्रीड़ांगन स्टेडियम में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब GOAT इंडिया टूर के तहत पहुंचे दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक तक न मिल पाने से दर्शकों का एक वर्ग आक्रोशित हो गया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मेसी को सुरक्षा कारणों से कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर स्टेडियम से निकलना पड़ा।
मेस्सी रात करीब 2:26 बजे कोलकाता पहुंचे थे और दिन की शुरुआत उन्होंने शहर में अपनी 70 फीट ऊंची प्रतिमा के वर्चुअल अनावरण से की। इसके बाद सुबह लगभग 11:30 बजे वे सॉल्ट लेक स्टेडियम पहुंचे। स्टेडियम में राजनीतिक नेताओं, आयोजन समिति के सदस्यों, पूर्व फुटबॉलरों और कोचों की मौजूदगी के कारण दर्शकों को मेसी की साफ झलक नहीं मिल सकी, जिससे स्टैंड में बैठे फैंस में नाराजगी बढ़ती चली गई।
मेस्सी अपने संक्षिप्त स्टेडियम दौरे के दौरान दर्शकों की ओर हाथ हिलाते और मुस्कुराते नजर आए। उन्होंने मोहुन बागान ‘मेस्सी’ ऑल स्टार्स और डायमंड हार्बर ‘मेस्सी’ ऑल स्टार्स के बीच हुए प्रदर्शनी मैच में शामिल रहे पूर्व भारतीय फुटबॉलरों से मुलाकात भी की। हालांकि ‘लैप ऑफ ऑनर’ के दौरान भी भीड़ को नियंत्रित नहीं किया जा सका और स्टेडियम के हर हिस्से तक मेसी की मौजूदगी नहीं पहुंच पाई।
इसी अव्यवस्था के कारण बंगाल की संतोष ट्रॉफी विजेता टीम का सम्मान और बच्चों के लिए प्रस्तावित ‘मास्टर क्लास विद मेसी’ जैसे कार्यक्रम पूरे नहीं हो सके। मेसी के स्टेडियम से निकलते ही दर्शकों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने बोतलें, कुर्सियां और पोस्टर फेंकने शुरू कर दिए, जिससे स्टेडियम की संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
कुछ ही देर में हालात और बिगड़ गए। भीड़ मैदान में घुस आई और अस्थायी ढांचों व टेंट्स में तोड़फोड़ की गई। फाइबरग्लास सीटों को नुकसान पहुंचा, जिसके बाद स्थिति काबू में करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात करना पड़ा। पुलिस को भीड़ हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
दर्शकों की नाराजगी की एक बड़ी वजह महंगे टिकट भी रहे। ₹4,500 से ₹10,000 तक के टिकट खरीदने वाले फैंस को उम्मीद थी कि वे अपने पसंदीदा खिलाड़ी को करीब से देख पाएंगे या उनसे कुछ सुन सकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
इस कार्यक्रम में मेसी के साथ उनके इंटर मियामी के साथी खिलाड़ी लुइस सुवारेज और रोड्रिगो डे पॉल भी मौजूद थे। पूरे घटनाक्रम के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर कार्यक्रम की व्यवस्थाओं पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राजभवन के अनुसार, बड़ी संख्या में प्रशंसकों की शिकायतों के बाद यह कदम उठाया गया है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि भारी टिकट कीमतों के बावजूद उन्हें मेसी की झलक तक नसीब नहीं हुई, जिससे उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची।

