Cebtral Desk
पायलटों की कमी से जूझ रही इंडिगो की उड़ानें लगातार प्रभावित हो रही हैं। हालात को काबू में करने के लिए अब नागरिक उड्डयन नियामक DGCA ने अपने इंस्पेक्टर्स को भी अस्थायी रूप से इंडिगो के लिए उड़ान भरने की अनुमति दे दी है। सामान्यतः DGCA के अनुबंधित पायलट पांच साल तक सिर्फ निरीक्षण और ऑडिट का काम करते हैं, लेकिन मौजूदा संकट को देखते हुए यह विशेष छूट दी गई है।
DGCA प्रमुख की अपील: “उद्योग भारी दबाव में, सभी पायलट सहयोग करें”
नागर विमानन महानिदेशक फैज़ अहमद किदवई ने विमानन क्षेत्र में पैदा हुए बड़े व्यवधानों को लेकर सभी पायलटों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि इंडिगो के मौजूदा परिचालन संकट, अचानक बढ़ी मांग और अनिश्चित मौसम परिस्थितियों ने पूरे उद्योग पर दबाव बढ़ा दिया है। इससे उड़ानों में देरी, यात्रियों की परेशानी और परिचालन पर भार में इजाफा हुआ है।
किदवई ने कोहरे, छुट्टियों और शादी–सीजन को देखते हुए एयरलाइंस को और बड़ी चुनौतियों के लिए तैयार रहने को कहा। उड़ान ड्यूटी समय सीमा (FDTL) में ढील की चर्चाओं पर उन्होंने स्पष्ट किया कि DGCA नागरिक उड्डयन प्रावधानों को पूरी तरह लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। संशोधित FDTL के दूसरे चरण के लागू होने से इंडिगो में क्रू की कमी और ज्यादा सामने आई है।
इंडिगो का बयान: “आज सबसे ज्यादा फ्लाइट कैंसिल, कल से सुधार की कोशिश”
इंडिगो ने कहा है कि शुक्रवार को सबसे अधिक उड़ानें रद्द की जाएंगी, ताकि हवाईअड्डों पर भीड़ कम की जा सके और परिचालन को व्यवस्थित किया जा सके। एयरलाइन ने बताया कि सिस्टम को स्थिर करने और शेड्यूल को दोबारा सेट करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि शनिवार से स्थिति बेहतर हो सके।
लगातार चौथे दिन भी इंडिगो की सैकड़ों उड़ानें या तो रद्द रहीं या देर से चलीं, जिसकी वजह से बड़ी संख्या में यात्री एयरपोर्ट पर फंसे रहे।

