बिहार चुनाव में बागियों का रोल: JDU-BJP और RJD के समीकरण की ये प्रत्याशी उड़ाएंगे धज्जियां

29th October 2025

patna

बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार “बारी और पारी” की बेचैनी के बीच बगावत की आंधी चल रही है। करीब चार दर्जन सीटों पर बागियों ने अधिकृत उम्मीदवारों की रातों की नींद उड़ा दी है। हर दल में मान-मनौव्वल का दौर जारी है — गृह मंत्री अमित शाह खुद कई नाराज नेताओं को मना चुके हैं, लेकिन भाजपा अभी भी कई सीटों पर बागियों की चुनौती से जूझ रही है।

सिर्फ भाजपा ही नहीं, जदयू, राजद, कांग्रेस और हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) भी बागियों से परेशान हैं। कई सीटों पर बागियों ने अपने ही दल के उम्मीदवारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जो नहीं माने, उन्हें निष्कासन का नोटिस थमा दिया गया। हालांकि कौन-सा बागी अपने दल का गणित बिगाड़ पाएगा, यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगी।

निर्दलीयों की धमक

टिकट न मिलने से नाराज़ कई वरिष्ठ नेता अब निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं। इनमें से कुछ की अपने क्षेत्रों में मजबूत पकड़ है, जो मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है। परिणाम चाहे जो भी हो, इन बागियों ने चुनावी माहौल में जबरदस्त हलचल मचा दी है।

भाजपा में कुछ नेताओं ने समझाने-बुझाने के बाद नामांकन वापस लिया, लेकिन कई अब भी मैदान में डटे हुए हैं। ऐसे नेताओं को पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर चेतावनी दी है कि अगर पार्टी का नाम या चिन्ह इस्तेमाल किया गया तो कानूनी कार्रवाई होगी।

राजद में बगावत की लहर

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अब तक 27 बागियों को निष्कासित किया है। इनमें विधायक छोटे लाल राय जदयू के टिकट पर परसा से मैदान में हैं, जबकि तीन नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है।

कई दिग्गज जैसे — मो. कामरान (गोविंदपुर), रितु जायसवाल (परिहार), सरोज यादव (बड़हरा), राजीव रंजन उर्फ पिंकू भइया (जगदीशपुर), अनिल यादव (नरपतगंज), अक्षय लाल यादव (चिरैया) और रामसखा महतो (चेरिया बरियारपुर) निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं।

इसके अलावा, भगत यादव (शेरघाटी), मुकेश यादव (संदेश), संजय राय (महनार), कुमार गौरव व राजीव कुशवाहा (दरभंगा), महेश प्रसाद गुप्ता (जाले), पूनम देवी गुप्ता (मोतिहारी), सुरेन्द्र प्रसाद यादव (सोनपुर), डॉ. राम प्रकाश महतो (कटिहार), प्रणव प्रकाश (मधेपुरा) और अफजल अली (गौड़ाबौराम) निर्दलीय के तौर पर किस्मत आजमा रहे हैं।

हम के बागी भी मैदान में

हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) ने दल और एनडीए प्रत्याशियों के खिलाफ काम कर रहे 11 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इनमें से छह नेता निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं —

राजेश रंजन (घोसी), रितेश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा (जहानाबाद), नंदलाल मांझी (बोधगया), चंदन ठाकुर (समस्तीपुर), बीके सिंह (मैरवा) और राजेन्द्र यादव (कस्बा)। वहीं, लोजपा (रामविलास) से रविशंकर प्रसाद (अशोक सूर्यगढ़ा) निर्दलीय मैदान में डटे हुए हैं।

Ads Jharkhand Ads Jharkhand

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *