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दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के दो करीबी रिश्तेदार इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में भाग ले रहे हैं। उनके चचेरे भाई नीरज सिंह बबलू पांच बार से विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में नीतीश कुमार की सरकार में भाजपा के मंत्री हैं। वहीं उनकी ममेरी बहन दिव्या गौतम सीपीआई-एमएल के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ रही हैं।
नीरज सिंह बबलू सुपौल जिले की छातापुर सीट से भाजपा के उम्मीदवार होंगे, जबकि दिव्या गौतम पटना जिले की दीघा सीट से सीपीआई-एमएल की ओर से चुनाव मैदान में हैं।
नीरज की राजनीतिक यात्रा कई उतार-चढ़ाव भरी रही है। लालू यादव के शासनकाल में सवर्ण राजनीति के चेहरे आनंद मोहन के साथ राजनीति में कदम रखने वाले नीरज पर कई केस दर्ज हुए। पूर्णिया के रहने वाले नीरज ने अपनी पढ़ाई मधेपुरा में पूरी की। उन्होंने पहला चुनाव जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से राघोपुर से जीता। 2005 में हुए दोनों चुनावों में जीत के बाद, 2010 में परिसीमन के बाद छातापुर सीट से फिर जीत दर्ज की। 2015 में जेडीयू-बिहार गठबंधन के दौरान टिकट कटने पर उन्होंने भाजपा का दामन थामा और 2020 में भी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता। अब वे अपने छठे चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे।
दूसरी ओर, दिव्या गौतम की राजनीति छात्र जीवन से ही शुरू हुई। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISSA) के माध्यम से उन्होंने 2012 में पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के चुनाव में भाग लिया। दिव्या ने यूजीसी-नेट पास करके असिस्टेंट प्रोफेसर और कुछ समय बिहार सरकार में अफसर की नौकरी भी की, लेकिन इसके बाद थिएटर और वामपंथी राजनीति से जुड़ गईं। सीपीआई-एमएल ने उन्हें दीघा सीट से उम्मीदवार बनाया, जहां उन्होंने बुधवार को नामांकन दाखिल किया। दीघा सीट पर भाजपा के संजीव चौरसिया लगातार दो बार से जीत दर्ज कर चुके हैं।




