DHANBAD
जिले में संगठित अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने रविवार देर रात बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी प्रभात कुमार के नेतृत्व में चलाए गए अभियान में कुख्यात प्रिंस खान गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से देसी पिस्टल, कट्टा, बम, जिंदा कारतूस, नकदी, मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन सहित भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामान बरामद किया है। इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है, जिसने गिरोह के पूरे नेटवर्क को हिला दिया है।
एसएसपी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरोह के सरगना प्रिंस खान और उसके सहयोगी सैफी उर्फ मेजर पर हाल के दिनों में व्यापारियों से रंगदारी वसूलने और धमकाने के कई आरोप लगे थे। इसी सिलसिले में पुलिस ने विशेष ऑपरेशन चलाया।
12-13 अक्टूबर की रात सूचना मिली कि गिरोह के सदस्य राजगंज इलाके में किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी की और कई अपराधियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। राजगंज थाना में कांड संख्या 87/25 दर्ज की गई है। पूछताछ के दौरान अपराधियों ने 9 सितंबर को राजगंज स्थित एक पेट्रोल पंप पर हुई फायरिंग में शामिल होने की बात स्वीकार की, जिसके बाद उस वारदात में इस्तेमाल हथियार भी बरामद किए गए।
गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर बैंकमोड़ थाना क्षेत्र से छिपाकर रखे गए हथियार, बम और विस्फोटक भी जब्त किए गए हैं। इस मामले में बैंकमोड़ थाना कांड संख्या 263/25 दर्ज की गई है।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के शूटर, सहयोगी और वित्तीय मददगार—तीनों श्रेणी के सदस्य इस कार्रवाई में पकड़े गए हैं। गिरोह के आर्थिक नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कतरास क्षेत्र में भी छापेमारी हुई, जहां से विक्रम साव और पवन कुमार सिंह समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। ये लोग रंगदारी से वसूले गए पैसों के लेन-देन में शामिल थे।
गिरफ्तार अपराधियों में सूरज तांडी, आशीष कुमार सिंह, तौकिर राजा, अफरिदी राजा, लक्की विशाल, पवन कुमार सिंह, रितिक विश्वकर्मा, अमन कुमार गुप्ता, विक्रम साव, आकाश वर्णवाल, तौकिल अंसारी और अभिषेक पांडे के नाम शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि यह ऑपरेशन धनबाद के आपराधिक जगत पर निर्णायक प्रहार साबित होगा।




