नई दिल्ली
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि आयोग जनता का ध्यान भटका रहा है और उनसे जबरन हलफनामा साइन करवाना चाह रहा है। राहुल गांधी ने यह बयान उस समय दिया जब उनसे चुनाव आयोग की उस मांग पर प्रतिक्रिया मांगी गई, जिसमें ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर एक शपथ-पत्र साइन करने के लिए कहा गया था।
बता दें आज वोट चोरी को लेकर इंडिया गठबंधन के सांसदों और नेताओं की एक बैठक नई दिल्ली में हुई। इसमें गठबंध के सभी नेता एकजुट दिखे। राहुल गांधी ने साफ शब्दों में कहा, “मैं क्यों साइन करूं? ये डेटा मेरा नहीं, उनका है। उन्हें अपने ही वेबसाइट से लेना चाहिए। यह सिर्फ ध्यान भटकाने की कोशिश है। और कोई ये न समझे कि ये सिर्फ बेंगलुरु में हुआ है — ऐसा कई सीटों पर हुआ है। आज चुनाव आयोग कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि एक दिन सब सामने आ जाएगा। इस लड़ाई को तेज किया जायेगा।”
इस बीच, विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के सांसदों को लेकर भी सियासी हलचल तेज हो गई है। भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) के सांसद राजकुमार रोट ने पीटीआई से बातचीत में कहा, “हमें बताया गया था कि हमें चुनाव आयोग ले जाया जा रहा है, लेकिन हमें हिरासत में ले लिया गया। अब हम संसद सत्र में शामिल नहीं हो सकते। यह जानबूझकर हमें चुप कराने के लिए किया गया है।”
गौरतलब है कि ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद मार्च निकाला था, जिसके बाद उन्हें संसद स्ट्रीट थाने ले जाया गया। इस घटनाक्रम के बाद विपक्षी दलों और चुनाव आयोग के बीच टकराव और गहरा गया है।




