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7 मई को शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों ने राहत की सांस ली, जब बाज़ार दिन के अंत में हरे निशान पर बंद हुआ। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भले ही शुरुआत कमजोर रही, लेकिन बाजार ने खुद को संभाल लिया और सकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ।
सेन्सेक्स 105.71 अंकों की बढ़त के साथ 80,746.78 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 34.80 अंकों की बढ़त के साथ 24,414.40 पर रहा। शुरुआती घंटे में भू-राजनीतिक तनाव के कारण गिरावट देखी गई, लेकिन दिन चढ़ने के साथ बाजार में विश्वास लौटा और निवेशकों ने खरीदारी शुरू की।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस रिकवरी के पीछे कुछ मुख्य कारण रहे—विदेशी निवेशकों की लगातार खरीदारी, वैश्विक संकेतों में स्थिरता, और कुछ सेक्टर्स का अच्छा प्रदर्शन। ऑटो, रियल एस्टेट और मेटल सेक्टर ने बढ़त दर्ज की, जबकि फार्मा और एफएमसीजी सेक्टर दबाव में रहे। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी एक प्रतिशत से अधिक की तेजी देखी गई।
बाजार फिलहाल 24,100 से 24,600 की रेंज में ट्रेड कर रहा है। अगर निफ्टी 24,100 के स्तर को बनाए रखता है, तो बाजार में स्थिरता बनी रह सकती है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक और उसके संकेतों पर भी बाजार की नज़र बनी रहेगी।
विश्लेषकों ने चेताया है कि जब तक भू-राजनीतिक तनाव पूरी तरह शांत नहीं हो जाते, तब तक सतर्क रहना ज़रूरी है। फिलहाल, ट्रेडर्स को आक्रामक दांव लगाने से बचने की सलाह दी जा रही है।