न्यूज डेस्क
मिडिल ईस्ट में तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। इजरायल ने मंगलवार को यमन की राजधानी सना पर हवाई हमला किया और साथ ही लाल सागर के प्रमुख बंदरगाह होदेइदाह को खाली करने का आदेश दिया है। इजरायली सेना ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ घंटों में इस बंदरगाह पर बड़ा हमला किया जाएगा।
पिछले सप्ताह भी इजरायल ने सना में भीषण हमला किया था जिसमें 46 लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में 26 लोग स्थानीय मीडिया संस्थानों से जुड़े थे। हूती समूह के मुताबिक, हमले में सना के तहरीर चौक स्थित दो प्रमुख अखबार—26 सितंबर और अल-येमन—के दफ़्तर पूरी तरह ध्वस्त हो गए। हूती नियंत्रित स्वास्थ्य विभाग ने बताया था कि उस हमले में 165 लोग घायल हुए थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
इजरायली सेना का कहना है कि उसने सैन्य शिविरों, हूतियों के जनसंपर्क केंद्र और एक ईंधन भंडारण स्थल को निशाना बनाया। यह कार्रवाई हूती विद्रोहियों के ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में की गई बताई गई।
हूती प्रवक्ता याह्या सरिया ने इजरायली हमले का बदला लेने की कसम खाई है। सरिया का दफ़्तर भी हाल ही में हुए हमले में तबाह हो गया था। लगातार हमलों के बीच हूती विद्रोही गाजा युद्ध को खत्म कराने के लिए दबाव बनाने और इजरायल पर जवाबी हमले जारी रखने की घोषणा कर चुके हैं।
गौरतलब है कि यमन के उत्तरी इलाकों में हूतियों का कब्जा है और वे गाजा पर इजरायली हमलों के विरोध में लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों को लगातार निशाना बना रहे हैं।




